अक्टूबर-समीक्षा

मैं भारत हूँ

श्रीमती प्रितम पंडाळगे

नगरसेविका,
बृहन मुंबई महानगरपालिका
भ्रमणध्वनि: ८१०८७०२९९३

पिछले १५ वर्षों से भाजपा पार्टी में कार्यरत प्रितम जी वर्तमान में नगरसेविका के रूप में कार्यरत हैं, इसके पूर्व आप बीजेपी महिला मोर्चा में ३ वर्ष तक महामंत्री के पद पर सेवारत रही, आपको राजनीति में आने की प्रेरणा आपके पति गौतम जी से प्राप्त हुई जो स्वयं कई वर्षों से भाजपा से जुड़े हैं व जिला उपाध्यक्ष के पद पर कार्यरत है। महिलाओं की समस्या, उन्हें माइक्रो लोन उपलब्ध कराना, अस्पताल आदि सुविधा की सहायता उपलब्ध कराना आदि कार्य करती हैं, आपकी इसी कार्य कुशलता व निष्ठा के कारण ही जनता ने आपको नगरसेवक के रूप में चुना, भाजपा की कार्यप्रणाली व माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी के कार्यों व देश की जनता के लिए उनकी निष्ठा से आप काफी प्रभावित हैं। माननीय भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जी को जन्म दिवस की बधाई देते हुए आप कहती हैं कि अमित शाह जी हमारे लिए एक प्रेरणा स्त्रो हैं, 

उन्होंने भाजपा को एक नये आयाम पर पहुंचाया है, उनका मार्गदर्शन हम सभी को प्राप्त होता रहे यही कामना करती हूँ।‘हिंदी’ को राष्ट्रभाषा बनाने के संदर्भ में आपका कहना है कि ‘हिंदी’ एक मात्र वह भाषा है जो विभिन्न भाषायी वाले भारत देश को आपस में जोड़ती है। ‘हिंदी’ भारत की प्रमुख संपर्क भाषा है, अत: हिंदी को राष्ट्रभाषा का संवैधानिक अधिकार अवश्य मिलना चाहिए।

‘हिंदी’ देश को एकसूत्र में बांधने का कार्य करती हैश्यामचरण गुप्ता

हिंदी भाषी देश होने के बावजूद हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए अभियान चलाना पड़ रहा है, यह एक गंभीर विषय है, जबकि देश की अधिकतर जनसंख्या हिंदी बोलती व समझती है। ‘हिंदी’ के माध्यम से अन्य भाषायी लोगों से आसानी से संपर्क स्थापित कर सकते है। ‘हिंदी’ सम्पूर्ण भारत को एक सूत्र में बांधे रखने का कार्य करती है।मेरी सम्पूर्ण शिक्षा मिजोरम में हुई लेकिन आज भी ‘हिंदी’ के प्रति मेरा प्रेम कभी कम नहीं हुआ। ‘हिंदी’ को सम्मान दिलाना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है, अत: हिंदी को राष्ट्रभाषा का संवैधानिक दर्जा अवश्य प्राप्त होना चाहिए और यह जरूरी भी है, अत: हिंदी बने राष्ट्रभाषा का मैं पूर्ण रूप से समर्थन करती हूँ।

- मैं भारत हूँ
सुश्री रिति पाठक

सांसद भाजपा
सीधी-मध्यप्रदेश, भारत
भ्रमणध्वनि: ९७५५६५३३७५

राष्ट्रभाषा के रूप में हिंदी को प्रधानता देनी होगी
श्यामचरण गुप्ता

सांसद, भाजपा
इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश, भारत
भ्रमणध्वनि: ९४१५२३५३०५

हिंदी’ भाषा के प्रति अपने विचार व्यक्त करते हुए सांसद गुप्ता जी कहते हैं कि ‘हिंदी’ भाषा को ना सिर्फ सरकारी क्षेत्रों में बल्कि सभी निजी क्षेत्रों में भी विशेष प्राथमिकता देनी चाहिए, जहां सिर्फ अंग्रेजी का उपयोग होता है वहां सर्वप्रथम ‘हिंदी’ को प्रधानता मिलनी चाहिए। आज विश्व के सभी विकसित देशों की प्रगति का मुख्य कारण उनकी अपनी भाषा है, प्रत्येक राष्ट्र अपनी बोली का ही उपयोग करते है, उसी तरह हिंदुस्तान में भी ‘हिंदी’ को प्रधानता देनी चाहिए, तभी भारत का सम्पूर्र्ण विकास संभव है। आधुनिक चलन के चलते लोग अपनी भाषा भूल, विदेशी भाषा अपनाकर अपने को गौरवान्वित महसूस करते है, लोगों का अपनी भाषा के प्रति लगाव खत्म होते जा रहा है, 

लोगों को सर्वप्रथम अपनी भाषा से प्रेम होना आवश्यक है, एक-दूसरे से संपर्क का मुख्य माध्यम ‘हिंदी’ ही होना चाहिए। राष्ट्रभाषा के रूप में ‘हिंदी’ को प्रधानता देनी होगी, हिंदी दो भिन्न भाषायी लोगों को आपस में जोड़ती है, विशेषकर हमारी युवा पीढ़ी के बीच अपनी भाषा ‘हिंदी’ के महत्व को व्यक्त करते हुए इसे अधिक से अधिक प्रोत्साहन मिले, इस दिशा में कार्य करने की आवश्कता है। हिंदी को राष्ट्रभाषा का संवैधानिक सम्मान अवश्य प्राप्त होना चाहिए।

- मैं भारत हूँ
‘हिंदी’ को अवश्य ही राष्ट्रभाषा बनाना होगा

हर राज्य की मातृभाषा को प्रथमत: वहां की राज्यभाषा घोषित करनी चाहिए, जिसके लिए हम भोजपुरी को आठवीं अनुसूचि में शामिल करने के लिए कार्य कर रहे हैं, उसी तरह ‘हिंदी’ हमारे देश की राष्ट्रभाषा के रूप में जानी जाती है पर संवैधानिक रूप से राष्ट्रभाषा का दर्जा प्राप्त नहीं है, जिसके लिए हम सभी को एकत्रित होकर ‘हिंदी’ को राष्ट्रभाषा का संवैधानिक दर्जा दिलाने की आवश्यकता है। ‘हिंदी’ हमारी भाषा है यह हमें एक-दूसरे से जोड़ती है। संसद में हम इसी के माध्यम से संभाषण करते हैं अत: हिंदी को अवश्य ही राष्ट्रभाषा बनाना होगा।

- मैं भारत हूँ
होगाछोटेलाल जी

सांसद, भाजपा
रॉबर्टसगंज, उत्तर प्रदेश, भारत
भ्रमणध्वनि: ९०१३८६९४८३

‘हिंदी’ को अवश्य ही राष्ट्रभाषा बनाना होगा
कुमारी शोभा करंदलाजे

सांसद, भाजपा
उडीपी, कर्नाटक, भारत
भ्रमणध्वनि: ९४४८०८७०३९

हिंदी का अपना विशेष स्थान है, आज पूरे विश्व में हिंदी का वर्चस्व बढ़ रहा है पर अपने देश में ही हिंदी का महत्व खोता जा रहा है व विदेशी भाषा उस पर हावी होती जा रही है, लोगों को ‘हिंदी’ के महत्व को समझना होगा और इसको अपनाना होगा। ‘हिंदी’ भाषा को स्कूल-कॉलेजों में पढाई जानी चाहिए, इसके अतिरिक्त नीजी क्षेत्रों व सरकारी क्षेत्रों के प्रत्येक विभाग में इसका उपयोग कर इस प्रोत्साहन देना होगा, ‘हिंदी’ से ही हमारी संस्कृति व सभ्यता का संरक्षण होगा, हमें अपने दैनिक जीवन में भी ‘हिंदी’ को विशेष स्थान प्रदान करना चाहिए, मुझे तो ‘हिंदी’ से विशेष लगाव है और अपना कार्य अधिक से अधिक ‘हिंदी’ में करने का प्रयास करती हूँ, ‘हिंदी’ के महत्व को बढ़ाने के लिए सर्वप्रथम ‘हिंदी’ को संवैधानिक रूप से राष्ट्रभाषा का सम्मान दिलाना होगा, तभी हिंदी का वर्चस्व बढ़ेगा।

- मैं भारत हूँ
मैं सभी कार्य हिंदी में ही करता ह

हमारे सभी कार्य ‘हिंदी’ में ही किये जाते हैं। बिहार में ‘हिंदी’ को प्राथमिकता दी गई है, यहां के सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं में ‘हिंदी’ को महत्व प्रदान किया गया है, हम सभी ‘हिंदी’ को मानते हैं। ‘हिंदी’ हमें एक-दूसरे से जोड़ती है अत: ‘हिंदी’ को राष्ट्रभाषा का सम्मान अवश्य मिलना चाहिए। ‘हिंदी बनें राष्ट्रभाषा’ अभियान का पूर्ण समर्थन करता हूँ व यथासंभव जो सहयोग होगा वो अवश्य करूँगा।

- मैं भारत हूँ
बिरेन्द्र कुमार चौधरी

सांसद, भाजपा
झंझारपुर-बिहार, भारत
भ्रमणध्वनि: ९०१३८६९९६५

हम भारतीयों को हिंदी का महत्व समझना होगा
सुश्री कमलादेवी पटले

सांसद, भाजपा
जांजगीर चम्पा, छत्तीसगढ़, भारत
भ्रमणध्वनि:९४२५२२३०३३

हिंदी’ भाषा सबसे सरल व सुगम्य भाषा है। देश के अधिकतर नागरिक हिंदी बोलते व जानते है। ‘हिंदी’ सभी भाषाओं को आपस में जोड़ती है। ‘हिंदी’ ही एक माध्यम है जो दो भिन्न भाषा बोलने वालों के बीच संपर्क का जरिया है। देश के प्रत्येक व्यक्ति को ‘हिंदी’ भाषा से अवगत होना चाहिए। देश में ‘हिंदी’ भाषा का अपना विशेष स्थान है, इस गौरवमय स्थान को बनाए रखने के लिए ‘हिंदी’ को राष्ट्रभाषा का सम्मान दिलाना आवश्यक है व इसके लिए समाज में जनजागृति लाना भी आवश्यक है। लोगों को अपनी भाषा ‘हिंदी’ के महत्व को समझना होगा।

- मैं भारत हूँ
‘हिंदी बनें राष्ट्रभाषा’ अभियान का मैं सम्मान करता हूँ

हिंदी’ को राष्ट्रभाषा का संवैधानिक सम्मान अवश्य मिलना चाहिए। देश के अधिकतर लोग हिंदी बोलते व समझते हैं। ‘हिंदी’ ही लोगों के बीच संपर्क बनाए रखने का मुख्य माध्यम है। ‘हिंदी’ को उच्च स्थान अवश्य मिले, देश का विकास तभी संभव है। ‘हिंदी बने राष्ट्रभाषा’ अभियान के माध्यम से ‘हिंदी’ को अपना मुकाम अवश्य प्राप्त होगा, क्यों यह अभियान सच्चाई के लिए कार्य कर रहा है। सम्पादक बिजय कु. जैन द्वारा चलाया गया यह अभियान सराहनीय कदम है जो अवश्य सफलता प्राप्त करेगा, हम भी अपनी ओर से ‘हिंदी’ को बढ़ावा देने के लिए कार्य करते रहे हैं। ‘हिंदी’ को राष्ट्रभाषा का दर्जा अवश्य प्राप्त होना चाहिए।

- मैं भारत हूँ
संगन्ना अमरप्पा करडी

सांसद, भाजपा
कोप्पल-कर्नाटक, भारत
भ्रमणध्वनि: ९४८०२१९००९

भारतीय भाषा अपनाओ अभियान अवश्य सफल होगा
दिनेश कश्यप

सांसद, भाजपा
बस्तर, छत्तीसगढ़, भारत
भ्रमणध्वनि: ९४२५२६१६१३

हमारे लिए तो हमारी राष्ट्रभाषा ‘हिंदी’ ही है। ‘हिंदी’ द्वारा हम भारत के किसी भी कोने में बैठे व्यक्ति से आसानी से संपर्क स्थापित कर सकते हैं, अपनी भावनाओं को सभी तक पहुॅचाने का सशक्त माध्यम ‘हिंदी’ है। ‘हिंदी’ के प्रति लोगों में जागृति लाने की आवश्यकता है। सम्पादक बिजय कु. जैन द्वारा चलाया जा रहे ‘भारतीय भाषा अपनाओ अभियान’ अवश्य सफल होगा। लोगों को ‘हिंदी’ को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करना चाहिए। देश के सभी राजनेताओं को इसके लिए मिलकर प्रयास करना चाहिए, यह अभियान इसी तरह प्रगति पथ पर बढ़ता रहे व अपनी मंजिल अवश्य प्राप्त करे, हम भी आपके इस प्रयास में यथासंभव शामिल है।

- मैं भारत हूँ
हिंदी हमारे देश की पहचान व गौरव है

हम अपने सभी कार्य हिंदी में ही करने का प्रयास करते है, मैं मुंबई का हूँ, यहां सभी भाषा व बोली बोलने वाले निवास करते है, इन सभी के बीच आपसी संपर्क का माध्यम ‘हिंदी’ है। ‘हिंदी’ राष्ट्रभाषा नहीं है इस बात का मुझे आश्चर्य है क्योंकि हमें बचपन से ही सिखाया गया था कि ‘हिंदी’ हमारी राष्ट्रभाषा है, हिंदी हम सभी की प्रिय भाषा है। ‘हिंदी’ ने अभी तक सभी को जोड़े रखा है, हमारे वरिष्ठजनों ने भी हिंदी को विशेष महत्व प्रदान किया है क्योंकि वे जानते थे कि विभिन्न भाषाओं वाले इस देश को आपस में जोड़ने का कार्य ‘हिंदी’ द्वारा ही संभव है, अत: ‘हिंदी’ को राष्ट्रभाषा का संवैधानिक सम्मान अवश्य मिलना चाहिए। ‘हिंदी’ हमारे देश की पहचान व गौरव है।

- मैं भारत हूँ
शरदकुमार मूर्ति बंसोड

सांसद, भाजपा
सोलापुर-महाराष्ट्र, भारत
भ्रमणध्वनि: ९८३३८९३२७०

भारतीय भाषा अपनाओ अभियान के साथ हूँ मैं
करीया मुंडा

सांसद, भाजपा
खुँटी, झारखण्ड, भारत
भ्रमणध्वनि: ९४३११०८६६५

‘हिंदी को राष्ट्रभाषा’ बनाने का मैं पूर्णरूप से समर्थन करता हूँ। देश के प्रत्येक नागरिक को एक-दूसरे से जोड़ने में ‘हिंदी’ की अहम भूमिका रही है। देश का प्रत्येक नागरिक ‘हिंदी’ से जुड़ा है। ‘हिंदी’ के माध्यम से ही राष्ट्र का सम्पूर्ण विकास संभव है, अपने विचारों को लोगों तक पहुॅचाने का सबसे आसान मार्ग ‘हिंदी’ द्वारा ही संभव है। ‘हिंदी’ के प्रति लोगों की जो विचारधारा बनती जा रही है उसे बदलने की आवश्यकता है। ‘हिंदी’ के प्रति लोगों में जागृति लाना जरूरी है व ‘हिंदी’ के महत्व को स्वीकारते हुए उसे सरकारी व निजी क्षेत्रों के सभी विभागों में अनिवार्य रूप से अपनाना चाहिए। हमारी सरकार को भी इस ओर विशेष कदम उठाते हुए ‘हिंदी’ को राष्ट्रभाषा का सम्मान दिलाना होगा।
‘भारतीय भाषा अपनाओ अभियान’ हिंदी को मिले राष्ट्रभाषा का सम्मान’ अभियान बहुत ही उपयुक्त है। हम इस अभियान के साथ हैं।

- मैं भारत हूँ