स्वभाषा का महत्व
स्वतंत्रता सैनानियों ने अपना बलिदान इसलिए दिया था कि उनका देश अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त होकर आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बने, उसके लिए उनका मानना था कि भारतीय भाषाएँ हर क्षेत्र में प्रतिष्ठापित हों...
स्वतंत्रता सैनानियों ने अपना बलिदान इसलिए दिया था कि उनका देश अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त होकर आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बने, उसके लिए उनका मानना था कि भारतीय भाषाएँ हर क्षेत्र में प्रतिष्ठापित हों...
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने १६ दिसंबर को प्रयागराज में एक नए हवाई अड्डा परिसर और कुंभ मेले के लिए समेकित कमान एवं नियंत्रण केन्द्र का उद्घाटन किया,...
२६ जनवरी २६ जनवरी, १९५० भारतीय इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण दिन के रुप में माना जाता है। इसी दिन भारतीय संविधान जीवंत हुआ। उसके बाद हमारा देश संप्रभु देशों में शामिल हो गया। एक...
शिवाजी शिवाजी का जन्म १९ फरवरी, १६३० को शिवनेरी दुर्ग में हुआ, उनके पिता का नाम शाहजी तथा माता का नाम जीजाबाई था। शिवाजी के जन्म के समय शाहजी मुगल सेवा में थे, किन्तु...
‘तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आज़ादी दूंगा’ भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रख्यात नेता नेताजी सुभाष चंद्र बोस सुभाष चन्द्र बोस ने ‘तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आज़ादी दूंगा’ और ‘जय हिन्द’...
सम्यक समाधि भावना चेतना जगलो, चिता जलने से पहले निज आत्मा की आस्था जगलो, अस्थियाँ बिखरने से पहले, संयम धारण कर लो, रोग आने से पहले, परमात्मा को भज लो, पेरालाइसिस होने से पहले,अंतर...
संक्षिप्त परिचय पूरा नाम – बाल केशव ठाकरेजन्म – २३ जनवरी १९२६जन्मस्थान – पुणे, महाराष्ट्रपिता – केशव सीताराम ठाकरेमाता – रमाबाई केशव ठाकरेविवाह – मीना ठाकरे बाल केशव ठाकरे एक भारतीय राजनेता थे, जिन्होंने...
भारतीय भाषा अपनाओ अभियान की सफलता के लिए भारतीय भाषा सम्मान यात्रा का आयोजन महायज्ञ के साथ २५ दिसम्बर २०१८ को मुंबई से दिल्ली की ओर प्रस्थान आतंकवाद से अधिक खौफ अंग्रेजी का किसी...