Author: Bijay Jain

अयोध्या मंदिर के लिए सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला 0

अयोध्या मंदिर के लिए सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला

अयोध्या में संबंधित स्थल पर विवाद सदियों पुराना है जहां मुगल बादशाह बाबर ने या उसकी तरफ से तीन गुंबद वाली बाबरी मस्जिद बनवाई गई थी। हिन्दुओं का मानना है कि मुस्लिम हमलावरों ने...

जीटीबी नगर में हुआ होली मिलन समारोह 0

जीटीबी नगर में हुआ होली मिलन समारोह

मुंबई: जायसवाल फाउंडेशन की तरफ से रविवार, ७ अप्रैल को जीटीबी नगर स्थित श्री सनातन धर्म सभा हाईस्कूल सभागृह में काव्य संध्या ,होली स्नेह मिलन समारोह और युवक-युवती परिचय सम्मेलन का आयोजन किया गया...

आवश्यकता मूल्यपरक शिक्षा की 0

आवश्यकता मूल्यपरक शिक्षा की

वर्तमान शिक्षा प्रणाली ब्रिटिश शासन की देन है जो कि राष्ट्रीय और सामाजिक चुनौतियों का सामना करने के लिए पूरी तरह निष्फल साबित हो रही है, आजादी प्राप्त करने के बाद हमने अपनी आवश्यकता,...

३० मार्च राजस्थान स्थापना दिवस 0

३० मार्च राजस्थान स्थापना दिवस

वरिष्ठ पत्रकार व सम्पादक बिजय कुमार जैन ‘हिंदी सेवी’ द्वारा ३० मार्च राजस्थान स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर मुंबई में भव्यातिभव्य ‘आपणों राजस्थान’ कार्यक्रम का आयोजन पूर्व संध्या पर हुआ राजस्थानी संस्थाओं का...

रामनवमी पर्व का महत्व, पूजा विधि और पूजन मुहूर्त 0

रामनवमी पर्व का महत्व, पूजा विधि और पूजन मुहूर्त

रामनवमी पर्व का महत्व, पूजा विधि और पूजन मुहूर्त चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी को भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था, इस दिन पूरे देश भर में श्रीराम जन्मोत्सवों की धूम रहती...

भारतीय संस्कृति एक संपूर्ण संस्कृति 0

भारतीय संस्कृति एक संपूर्ण संस्कृति

‘‘संस्कृति का उद्गम शब्द संस्कार है।संस्कार का अर्थ है क्रिया जिससे व्यक्ति अथवा मानवीय काल- सापेक्ष दोष को दूर कर शुद्ध कर दिया जाए। मानवीय दोषों को दूर कर उसे निर्मल बनाने वाली प्रक्रियाओं...

आम चुनाव २०१९ 0

आम चुनाव २०१९

कांग्रेस ने दो राज्यों में किया था सफाया अब पार्टियों को करना होगा पुरजोर प्रयास पांच साल में काफी बदल गई है तस्वीर मुंबई : वर्ष २०१४ के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर में...

शिवाजी महाराज का इतिहास 1

शिवाजी महाराज का इतिहास

भारतीय शासक और मराठा साम्राज्य के संस्थापक शिवाजी महाराज एक बहादुर, बुद्धिमान और निडर शासक थे। धार्मिक अभ्यासों में उनकी काफी रूचि थी। रामायण और महाभारत का अभ्यास वे बड़े ध्यान से करते थे।पूरा...

पश्चिम भारत सनाढय गौड़ सभा मुंबई की स्थापना 0

पश्चिम भारत सनाढय गौड़ सभा मुंबई की स्थापना

हमारी संस्था सन् १९७८ में श्रीबंशीधर पंडया, मधुरा प्रसाद, रामेश्वर दयाल, वृजेन्द्र जी, रामप्रसाद, श्री विश्वनाथ (पंचम पुरीवाले) श्री डा वल्लभदास तिवारी, श्री हरीशचंद्र मैन गुरियाजी एवम अन्य बुद्धजीनाओं सदस्यों के अथक प्रयास से...

राष्ट्रीय एकता के लिए नागरी लिपि की भूमिका 0

राष्ट्रीय एकता के लिए नागरी लिपि की भूमिका

– डॉ. राजलक्ष्मी कृष्णन, पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष (तमिलनाडु) मैं महात्मा गांधी जी के इस वाक्य से ही यह आलेख प्रारंभ कर रही हूँ कि ‘‘राष्ट्रभाषा के बिना राष्ट्र गूँगा है और नागरी लिपि के...