एक राष्ट्र-एक नाम भारत को ‘भारत’ ही बोला जाए (One nation-one name India should be called ‘Bharat’)
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एक राष्ट्र-एक नाम भारत को ‘भारत’ ही बोला जाए (One nation-one name India should be called ‘Bharat’)
एक राष्ट्र-एक नाम भारत को ‘भारत’ ही बोला जाए (One nation-one name India should be called ‘Bharat’) : २७ अप्रैल २०२१ की शाम को ़जूम वेबीनार पर ‘मैं भारत हूँ’ संघ द्वारा हनुमान जन्मोत्सव के पावन पर्व पर
कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में परम पूज्य रमेश भाई ओझा, पूज्य श्री
भूपेंद्र भाई पण्डया व सालासर धाम के प्रमुख पुजारी अर्जुन पुजारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता ‘मैं
भारत हूँ’ संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बिजय कुमार जैन ने किया। संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन कोलकाता निवासी
निशा लढ्ढा ने किया। कार्यक्रम की प्रभारी श्रीमती अनुपमा शर्मा दाधीच, मुंबई निवासी रही। कार्यक्रम का
शुभारंभ गणेश वंदना व सरस्वती वंदना के साथ किया गया। तत्पश्चात हनुमान जी की स्तुति हुयी, इसके
पश्चात निशा जी द्वारा मंच का संचालन करते हुए कानपुर निवासी अखिल भारतीय माहेश्वरी महिला संगठन
की महामंत्री मंजू बागड़ी जी का स्वागत कर उनसे उद्बोधन के लिए अनुरोध किया गया। मंजू जी बागड़ी ने एक
राष्ट्र एक नाम, ‘भारत को ‘भारत’ ही बोला जाए’ पर अपने विचार व्यक्त किया, साथ ही उन्होंने हनुमान जी के
विभिन्न गुणों प्रस्तुतीकरण किया, तत्पश्चात निशा जी ने विद्या धर्म संस्कृति के प्रति समर्पित विलक्षण
व्यक्तित्व के धनी पूज्य श्री भूपेंद्र भाई पंड्या का स्वागत किया। भाई जी ने अपने अभिव्यक्ति प्रस्तुत करते हुए
कहा कि पूर्व में हमारा भारत अखंड था, जिसे आजनाब के नाम से जाना जाता था, जब ऋषभदेव जी के पुत्र भरत
ने यहां के राज संभाला, तबसे इस स्थान को ‘भारत’ के नाम से जाना जाने लगा, साथ ही उन्होंने पवन पुत्र
हनुमान जी के चरित्र का उत्तम प्रस्तुतीकरण अपने वक्तव्य के माध्यम से किया, अध्यक्ष बिजय कुमार जैन ने
उनका आभार व्यक्त करते हुए ‘मैं भारत हूँ’ संघ के प्रधान सेवक का पदभार संभालने के लिए अनुरोध किया,
जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार कर लिया।
विश्व शांति टेकडीवाल परिवार के डॉक्टर बी. एल. टेकडीवाल, जिन्होंने
अपना संपूर्ण जीवन सनातन धर्म एवं भारतीय संस्कृति के प्रवर्तक के रूप में व्यतीत किया जो पेशे से सीए के रूप
में कार्यरत हैं ने हनुमान जी के विख्यात मंदिरों की प्रस्तुति करवाई। परम पूज्य रमेश भाई ओझा जी ने अपने
ओजस्वी वाणी से राम के चरित्र के साथ हनुमान जी के चरित्र का गुणगान करते हुए ‘भारत को भारत ही बोला
जाए’ अभियान की सफलता के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा की राष्ट्र शब्द का अर्थ है संस्कृति का गौरवपूर्ण
इतिहास, आशा, उषा का मिलाजुला भाव। इसके पश्चात पार्श्व गायक रवि जैन जी ने अपने सुमधुर आवाज में
मंगल भवन अमंगल हारी’ भजन को प्रस्तुत किया। अग्रबंधू सेवा समिति के ट्रस्टी उद्योगपति व समाजसेवी
कानबिहारी अग्रवाल ने ‘मैं भारत हूँ’ के अभियान को पूर्ण समर्थन देते हुए उपस्थित महानुभावों का अभिनंदन व
आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में डॉ. जनार्दन सिंह ने भी अपने भावों को अभिव्यक्ति किया। कार्यक्रम का
समापन अध्यक्ष बिजय कुमार जैन के साथ संघ की महामंत्री श्रीमती शोभा सदानी ने व्यक्त किया। कार्यक्रम के
अंत में राष्ट्रीय गान की प्रस्तुति दी गयी।